25 साल पहले द्रास-बटालिक सेक्टर में हुए कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों की वीरता को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। कारगिल युद्ध के 25 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि उसने हार से कुछ नहीं सीखा है और आतंकवादियों को पनाह देना जारी रखा है। यह संदेश ऐसे समय में आया है जब जम्मू में आतंकी हमलों में तेजी आई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर लद्दाख के द्रास में स्थित युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा, “आतंकवाद के संरक्षकों को मेरा स्पष्ट संदेश है कि उनके नापाक इरादे कभी कामयाब नहीं होंगे। हमारे सैनिक आतंकवाद को कुचलने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
जम्मू सेक्टर में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 110 से अधिक आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं। इनमें से 50 से अधिक आतंकी जम्मू सेक्टर में पीर पंजाल रेंज के दक्षिण इलाके में सक्रिय हैं। इन आतंकियों के पास आधुनिक हथियार जैसे एम-4 कार्बाइन और चीनी अल्ट्रासेट हैं।
कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1999 में भारतीय सैनिकों ने ऊंची चोटियों पर स्थित दुश्मन की पोजीशन पर कड़ी मेहनत से विजय प्राप्त की थी। ऑपरेशन विजय के तहत, भारतीय सेना ने 547 सैनिकों की शहादत के बावजूद पाकिस्तान की सेना को खदेड़ दिया था। उन्होंने कहा, “कारगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि सत्य, संयम और शक्ति का एक अविश्वसनीय उदाहरण पेश किया।”
कारगिल युद्ध से भारतीय सेना ने महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं, जिनमें खुफिया जानकारी और निगरानी की आवश्यकता, उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट शामिल हैं। पीएम मोदी ने बताया कि भारतीय सेना ने अब इन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है, ताकि भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना किया जा सके। साथ ही, थल सेना, वायु सेना, और नौसेना के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए जॉइंट एक्सरसाइज और इंटीग्रेटेड थिएटर पर भी काम किया जा रहा है।