अयोध्या| अयोध्या में भाजपा की हार की खबर ने देशभर के रामभक्तों को स्तब्ध कर दिया है। राममंदिर वाली इस नगरी में भाजपा की हार ने सभी को हैरान कर दिया है। रामभक्तों को इस परिणाम पर यकीन नहीं हो रहा है, और वे अपने रिश्तेदारों और मित्रों को फोन पर उलाहना दे रहे हैं। चुनाव परिणाम आने के तीन दिन बाद भी यह सिलसिला जारी है। सोशल मीडिया पर भी अयोध्यावासियों को ताने कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही अयोध्यावासी हैरान हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले उनके रिश्तेदार और मित्र रोजाना फोन करके अलग-अलग सवाल पूछ रहे हैं। सभी का यही सवाल है कि ऐसा कैसे हो गया? वह भी तब जब 500 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद भाजपा के शासन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई हो।
सदर बाजार निवासी अजय साहू बताते हैं कि भाजपा की हार के बाद उनके दोस्तों के फोन आने शुरू हो गए। सभी ने जमकर कोसा और कहा कि कैसे लोग हो जो राम को लाने वालों के भी नहीं हुए। वाराणसी के संदीप ने कहा कि अयोध्यावासी उन लोगों के भी नहीं हुए जिनके प्रयासों से इतना कुछ मिला। लखनऊ के मनीष अरोड़ा ने कहा कि इस नतीजे से पूरे देश के रामभक्त शर्मिंदा हैं।
कंधारी बाजार की सुप्रिया ने बताया कि वाराणसी से उनके ससुर का फोन आया और उन्होंने निराशा व्यक्त की। कानपुर की पूनम ग्रोवर ने कहा कि राममंदिर बनने के बाद अयोध्या में इतना विकास हुआ, चुनाव नतीजे में इसकी झलक दिखेगी लेकिन, यह तो उल्टा हो गया।
यह तो कुछ लोगों से हुए संवाद की बानगी भर है। अयोध्या में रहने वाले ज्यादातर लोग इन दिनों ऐसे ही चुभते सवालों का सामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी जुबानी जंग नहीं थम रही। कोई वीडियो और रील डालकर तो कोई संदेशों के माध्यम से अयोध्यावासियों पर कटाक्ष कर रहा है। एक संत का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह रोते हुए कह रहे हैं कि अगर पूरे भारत में भाजपा हार जाती तो कोई बात नहीं थी, लेकिन अयोध्या जीतती तो पूरी दुनिया जय श्रीराम कहती।
रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु भी यहां के दुकानदारों और पुजारियों से सवाल कर रहे हैं। होटल व्यवसायी अनूप गुप्त ने बताया कि वे पिछले दो दिनों से परेशान हैं। रेस्टोरेंट संचालक अचल ने भी ऐसा ही अनुभव बताया। बाहर से आने वाले पर्यटक खाने का ऑर्डर बाद में देते हैं, पहले पूछते हैं कि जिसने राममंदिर बनवाया, यहां के लोगों ने उन्हें हरा क्यों दिया? अयोध्या के नाम को बदनाम किया गया है। रामनगर की मीना सधवानी ने लिखा कि अयोध्यावालों ने पूरे देश में अपना नाम खराब कर लिया है।