शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। राज्य के आनी, कुल्लू, मंडी, और चंबा जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से आनी के निरमंड में दो जगह, कुल्लू के मलाणा, मंडी जिले के थलटूखोड़ और चंबा जिले में बादल फटे हैं। इन घटनाओं में कई मकान, स्कूल और अस्पताल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। करीब 51 लोग लापता हैं और चार शव बरामद हुए हैं।
मंडी में आपातकालीन स्थिति
मंडी जिले के थलटूखोड़ में आधी रात को बादल फटने से भारी तबाही मच गई। वहां मकानों के ढहने और सड़क संपर्क टूटने की खबर है। एसडीआरएफ और अन्य टीमें राहत कार्यों के लिए मौके पर पहुंच रही हैं। पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांवों में बादल फटने से कई लोग लापता हैं और तीन घर बह गए हैं। नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं और एक शव बरामद हुआ है, जबकि 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। मंडी जिला प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए एयरफोर्स और एनडीआरएफ को भी अलर्ट कर दिया है।
कुल्लू और अन्य क्षेत्रों में स्थिति
शिमला-कुल्लू सीमा पर भी बादल फटने से कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुल्लू के निरमंड इलाके में भारी नुकसान हुआ है, और 20 से अधिक लोगों के लापता होने की सूचना है। एसडीआरएफ की टीम राहत कार्यों के लिए रवाना हो गई है।
राहत और बचाव कार्य जारी
मंडी के पधर में सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। डीसी अपूर्व देवगन और अन्य रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। सड़कों और रास्तों के टूटने के कारण राहत कार्यों में कठिनाइयाँ आ रही हैं। स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से राहत कार्यों में जुटा हुआ है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।