आज उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखङ आज प्रेरणा स्थल का उद्घाटन करेंगे। इस नए बने प्रेरणा स्थल के उद्घाटन समारोह में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और संसदीय कार्यवाही मंत्री भी शामिल होंगे। संसद के परिसर में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं की मूर्ति लगाई गई है। यह उनके बलिदान की स्मृतियों को याद दिलाएगा।
प्रेरणा स्थल के उद्घाटन में दोनों सदनों के सदस्यों को आमंत्रण
इन स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के इतिहास, संस्कृति एवं स्वतंत्रता संघर्ष में हम महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह मूर्ति विभिन्न जगहों पर संसद में लगी हुई है। इसकी वजह से दर्शक अच्छे से नहीं देख पाएंगे। सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के सदस्य इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किए गए हैं।
प्रेरणा स्थल में मूर्ति के पास लगा है QR कोड
मूर्ति के चारों ओर लोन और छोटे-छोटे बगीचे बनाए गए हैं। ऐसे में दर्शन और सांसद जब भी यहां आएंगे तो वह इन्हें श्रद्धांजलि देंगे। हमें इन स्वतंत्रता सेनानियों से आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी मिलेगी। इन मूर्तियों के पास QR ( Quick responsive )कोड भी लगाए गए हैं ताकि हम उनके जीवन के बारे में भी जान सकें।
कार्य योजना में पहले से ही तय था मूर्ति को लगाना
इसको लेकर एक कार्य योजना पहले से ही बनाई गई थी कि सेनानियों और नेताओं के जीवन के कहानियां और संदेशों को हम कोड के थ्रू दिखाएंगे। इसमें हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेंगे। नई संसद भवन निर्माण के दौरान ही इस बात को तय किया गया था । तभी तो निर्माण के दौरान महात्मा गांधी, मोतीलाल नेहरू और चौधरी देवीलाल की मूर्तियों को परिसर में दूसरी जगह स्थापित किया गया था।
सबसे पहले शिलापट्ट का उद्घाटन किया जाएगा । इसके बाद सभी उपस्थित लोग मूर्ति को फूलों की मालायें चढ़ाएंगे और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।