पेरिस में ओलंपिक्स के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको हिला कर रख दिया। बॉक्सिंग रिंग में महज 46 सेकंड में एक ऐसा बवाल मच गया, जिसने खेल जगत के साथ-साथ सोशल मीडिया को भी झकझोर कर रख दिया है। क्या आप जानते हैं, इस विवाद में कौन-कौन से बड़े नाम कूद पड़े हैं? और क्या सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी पर भी संकट मंडरा रहा है? आइए, जानते हैं पूरी कहानी…
66 किग्रा के राउंड ऑफ 16 का ये मैच इटली की एंजेला करीनी और अल्जीरिया की इमान खलीफ के बीच खेला गया। महज 46 सेकंड चले इस मैच से करीनी रोते हुए बाहर आई और फिर रेफरी ने इमान को विजेता घोषित कर दिया और अब इस हार पर बहुत बवाल है। एलॉन मस्क और लेखिका जेके रोलिंग समेत कई लोग इस मसले पर पोस्ट कर चुके हैं।
दरअसल इमान को साल 2023 की वर्ल्ड चैंपियनशिप से डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वो एक जेंडर टेस्ट में फेल हो गई थी। इमान के पैरिस आने के बाद से ही इस पर खूब बातें चल रही थी और अब यह बातें और भी ज्यादा हो रही हैं। बीते साल जेंडर टेस्ट में फेल रही ईमान से कुछ मुक्के खाने के बाद करीनी ने मैच छोड़ने का फैसला किया। बाहर जाने से पहले कम से कम एक बार इमान के मुक्को से करीनी के सर पर लगा गियर अपनी जगह से भी हट गया था। रेफरी द्वारा इमान को विजेता घोषित करने के बाद करीनी ने उनके साथ हाथ भी नहीं मिलाया, वो बस रो रही थी, घुटनों के बल बैठ करीनी रिंग में बहुत देर तक रोती रही।
रिपोर्ट्स है कि इस बाउट के दौरान करीनी की नाक टूट गई है। करीनी ने बाद में बताया भी कि उनकी नाक में काफी दर्द है। करीनी के कपड़ों पर खून भी लगा हुआ था। उन्होंने कहा मुझे नाक में बहुत दर्द महसूस हुआ और एक बॉक्सर की मैच्योरिटी के साथ मैंने कहा बहुत हुआ…. क्योंकि मैं नहीं चाहती थी, मैं चाहती ही नहीं थी…. मैं मैच खत्म नहीं कर पाती।
बता दें कि इमान ने साल 2022 की वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था लेकिन इसी संस्थान ने अगले साल उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया। करीनी आगे बोली मैं यहां जज करने या फैसला सुनाने के लिए नहीं हूं। अगर कोई एथलीट इस तरह है तो सही गलत का फैसला करना मेरा काम नहीं है। मैंने एक बॉक्सर के रूप में अपना काम किया। मैं रिंग में आई, लड़ी… मैंने अपना सर ऊपर रखते हुए टूटे दिल के साथ यह किया।
इस मसले पर सोशल मीडिया साइट एक्स पर भी खूब बवाल मचा हुआ है। मशहूर अरबपति एलन मस्क ने भी इस पर रिएक्ट किया। उन्होंने एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए औऱ उसमें करीनी के पक्ष में माहौल बनाते हुए लिखा था ….महिलाओं के खेल में पुरुषों की कोई जगह नहीं है। हम एंजेला करीनी के साथ हैं, चलो इसे ट्रेंड कराते हैं। वहीं हैरी पॉटर सीरीज लिख चुकी जेके रोलिंग ने इस पर लिखा …यहां पूरी थ्रेड देखिए फिर स्पष्ट करिए कि आपको क्यों इस बात में समस्या नहीं है कि आपके मनोरंजन के लिए एक पुरुष सबके सामने एक महिला को पीट रहा है। यह खेल नहीं है। लाल ड्रेस में बुली करने वाले धोखेबाज से लेकर आयोजकों तक जिन्होंने ऐसा होने दिया यह सब पुरुषों द्वारा महिलाओं पर अपनी शक्ति का आनंद लेने का उदाहरण है।
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इंटरनेशनल ओलंपिक्स कमेटी आईओसी किसी एथलीट का जेंडर कैसे तय करती है। यूएसए टुडे के मुताबिक आईओसी के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने इस मामले में कहा मैं बस इतना कहूंगा कि जो भी लोग महिलाओं की कैटेगरी में हैं सभी पात्रता नियमों का पालन करते हैं। वह अपने पास पोर्ट्स में महिला हैं बस यही बात है।
इस मामले में बातें चल रही थी कि मान ट्रांसजेंडर हैं लेकिन एडम्स ने इन बातों को खारिज करते हुए कहा कि ट्रांसजेंडर वाली बात सही नहीं है। प्रेस में कुछ गलत खबरें छपी हैं। यह महिलाएं सालों से महिलाओं के रूप में खेल रही हैं। टेस्टोस्टेरोन टेस्ट एक परफेक्ट टेस्ट नहीं है। बहुत सी महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन हो सकता है, यहां तक कि जो मेल लेवल्स कहे जाते हैं उनके बावजूद वह महिला ही हो सकती हैं और महिलाओं के रूप में खेल सकती हैं। इसलिए यह विचार कि आप अचानक टेस्टो स्टे रोन टेस्ट करें यह कोई राम बाड़ उपाय नहीं है।
हर खेल को इस मुद्दे से निपटने की जरूरत है लेकिन मुझे लगता है कि हम सहमत हैं। मुझे उम्मीद है कि हम सेक्स टेस्ट के बुरे पुराने दिनों में वापस नहीं जा रहे। यह एक बुरा विचार होगा।……
बता दें कि पहले के मामलों में टेस्टोस्टेरोन टेस्ट से ही से फैसले होते थे। दो बार की ओलंपिक्स गोल्ड मेडलिस्ट ट्रैक इंड फील्ड एथलीट केस्टर सेमनया को 400 मीटर में दौड़ने से रोक दिया गया था क्योंकि वर्ल्ड एथलेटिक्स के टेस्ट में उनके टेस्टोस्टेरोन बहुत ज्यादा पाए गए थे।