नई दिल्ली। आज संसद में एक बार फिर नीट पेपर लीक मामले को लेकर हंगामा हुआ। जैसे ही चर्चा शुरू हुई, विपक्ष ने इस मुद्दे पर गहन चर्चा की मांग की। लोकसभा में राहुल गांधी ने पूरे दिन की चर्चा की मांग की, जबकि राज्यसभा में भी विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की।
इस बीच, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के एक बयान पर सभापति जगदीप धनखड़ काफी नाराज हो गए। तिवारी ने आरोप लगाया था कि सभापति जानबूझकर कांग्रेस नेताओं का माइक बंद कर रहे हैं। इस पर धनखड़ ने कहा, “मैं ऐसे झूठे आरोप नहीं सहने वाला हूं।”
धनखड़ ने कहा, “यह निंदनीय है कि प्रमोद तिवारी ने कहा कि मैंने माइक बंद किया। यह तकनीकी समस्या है, न कि किसी की साजिश।” उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “आप यह कैसे कह सकते हैं कि माइक मैंने बंद किया, यहां मेरे पास कोई माइक बंद नहीं होता।”
इस घटना से संसद में और भी तनाव बढ़ गया। विपक्ष और सरकार के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई। नीट पेपर लीक मामले की गंभीरता को देखते हुए, सभी पक्षों ने इसके समाधान की मांग की। विपक्ष का कहना है कि इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
प्रमोद तिवारी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि वे केवल छात्रों की आवाज उठा रहे हैं और इस मामले में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। राज्यसभा में उठे इस हंगामे ने साफ कर दिया है कि नीट पेपर लीक का मामला अभी भी संसद के गलियारों में गूंज रहा है।
यह भी पढ़ें:
- जीका वायरस का खतरा: केंद्र सरकार का अलर्ट, सभी राज्यों को सतर्क रहने की सलाह
- हाथरस हादसा Exclusive: बाबा की रंगोली का बुरादा बना सवा सौ मौतों का कारण
- टी20 वर्ल्ड कप 2024: भारतीय टीम की विजयी वापसी, देश में जश्न की तैयारी
- बारबाडोस में फंसे विराट कोहली: तूफान के भयंकर मंजर की वीडियो कॉल पर अनुष्का शर्मा को दिखाई झलक
- सोनाक्षी की शादी पर लव सिन्हा का ट्वीट: बोले ‘…गलत समझा गया’
- ‘हम आलोचना के हकदार हैं’, विश्व कप में हार के बाद बोले मोहम्मद रिजवान