आज के समय में हर कोई काम के लिए लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, अक्सर काम के दौरान लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, खासकर जब लैपटॉप में कोई वायरस या स्पाईवेयर घुसपैठ कर जाता है। जी हां, यह समस्या अक्सर देखी जाती है। जब लैपटॉप में वायरस या स्पाईवेयर आ जाता है, तो इसकी काम करने की कैपेसिटी धीमी हो जाती है और इन खतरनाक वायरस के कारण लैपटॉप हैकिंग का शिकार भी हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आप इन घुसपैठियों की परेशानी से कैसे बच सकते हैं।
सॉफ्टवेयर करेगा समस्या को दूर
लैपटॉप में किसी स्पाईवेयर की पहचान करने और उसे निकालने के लिए सबसे पहले आपको एक एंटी स्पाईवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होगा। एंटी स्पाईवेयर सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के बाद लैपटॉप को स्कैन करें। अगर लैपटॉप में कोई स्पाईवेयर मिलता है, तो सॉफ्टवेयर उसे ऑटोमेटिकली डिलीट कर देगा।
एंटीवायरस का करें इस्तेमाल
माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर एंटीवायरस लैपटॉप से मैलवेयर को हटाने में मदद कर सकता है। विंडोज 10 और 11 वाले लैपटॉप में इस एंटीवायरस का यूज किया जा सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर एंटीवायरस का इस्तेमाल करने की प्रक्रिया:
- सबसे पहले विंडोज सिक्योरिटी सेटिंग खोलें।
- वायरस और थ्रेट प्रोटेक्शन को सेलेक्ट करें।
- स्कैन के विकल्प पर क्लिक करें।
- माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर एंटीवायरस ऑफलाइन का विकल्प चुनें और फाइल को स्कैन करें।
- ऑफलाइन मोड में स्कैन शुरू होने के बाद कुछ मिनट का समय लगेगा।
- स्कैन पूरा होने के बाद लैपटॉप को रिस्टार्ट करें।
स्कैन परिणाम कैसे देखें
अगर आप लैपटॉप में एंटीवायरस स्कैन का परिणाम देखना चाहते हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें…
- विंडोज सिक्योरिटी सेटिंग में जाएं।
- वायरस और थ्रेट प्रोटेक्शन पर क्लिक करें।
- प्रोटेक्शन हिस्ट्री पर क्लिक करें।
अगर लैपटॉप में किसी भी तरह का मैलवेयर मिलता है, तो माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर एंटीवायरस ऑफलाइन मोड में खुद ही उसकी पहचान करके उसे डिलीट कर देगा। इस तरह से आप आसानी से स्कैन का परिणाम देख सकते हैं और अपने लैपटॉप को डेटा चोरी से सुरक्षित रख सकते हैं।