नई दिल्ली। अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री के रूप में शपथ लेने के अगले दिन एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने इशारा किया है कि वे जल्द ही मंत्री पद से मुक्त हो सकते हैं। गोपी ने 2024 के संसदीय चुनावों में त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल कर इतिहास रचते हुए केरल से भाजपा के पहले लोकसभा सांसद बने थे।
मंत्री पद छोड़ने की अटकलों के बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि सुरेश गोपी ने कुछ फिल्में साइन की हैं, जिसकी वजह से वे पद की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। वहीं, कुछ अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे मंत्रियों के पोर्टफोलियो की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं और इसके बाद ही कोई फैसला लेंगे। कुछ समय पहले उन्होंने यह भी कहा था कि वे मंत्री पद नहीं चाहते और बिना किसी पद के ही जनता की सेवा करना चाहते हैं।
दरअसल, चुनावों के दौरान गोपी केरल के लिए ‘मोदी की गारंटी’ का चेहरा बन गए थे। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया। रविवार को राष्ट्रपति भवन में उन्होंने शपथ ली। 65 वर्षीय अभिनेता ने त्रिशूर की संसदीय सीट पर सीपीएम उम्मीदवार वीएस सुनीलकुमार को 74,686 मतों से हराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में त्रिशूर में अपना पहला चुनावी रोड शो किया था और इसके बाद गोपी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर का दौरा भी किया था।
चुनावी नतीजों पर गोपी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “मैं बहुत ही खुश हूं। जो काम असंभव लग रहा था, वह शानदार तरीके से अब संभव हो गया है। यह महज 62 दिनों की चुनावी प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि पिछले 7 वर्षों से एक भावनात्मक यात्रा थी। मैं पूरे केरल के लिए काम करता हूं। मेरी पहली प्राथमिकता यहां के लोगों के लिए एम्स बनवाना होगा।” बता दें कि सुरेश गोपी के अलावा, वरिष्ठ भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन ने भी रविवार को राज्य मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद की शपथ ली।