शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पांच अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिससे भारी तबाही मची है। कुल्लू, मंडी, चंबा, और अन्य जिलों में मकान, स्कूल, और अस्पतालों को क्षति पहुंची है। अब तक 50 लोग लापता हैं और 4 शव बरामद किए गए हैं।
बादल फटने की घटनाएं
मंडी जिले के थलटूखोड़ में आधी रात को बादल फटने से मकान ढह गए और सड़कें टूट गईं। यहां पर 35 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन 8 लोग अभी भी लापता हैं। इसी तरह, कुल्लू के मलाणा, आनी के निरमंड, और चंबा में भी बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में कई मकान, स्कूल, और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
#WATCH हिमाचल प्रदेश: शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद 36 लोग लापता हैं और अब तक 2 शव बरामद किए गए हैं, जिसके बाद खोज और बचाव अभियान के लिए शिमला में SDRF की टीम मौके पर पहुंची।
(सोर्स – CMO) pic.twitter.com/phEYjyyXmx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2024
बचाव कार्य और सरकारी प्रतिक्रिया
मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी संपर्क किया, जिन्होंने एनडीआरएफ की दो टीमें भेजने का आश्वासन दिया।
स्थानीय प्रशासन की अपील
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के निवासियों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं। कुल्लू जिले के मलाणा और अन्य क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि पार्वती, व्यास और तीर्थन नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
#WATCH मंडी, हिमाचल प्रदेश: क्षेत्र में भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
(ड्रोन वीडियो ब्यास नदी से है।) pic.twitter.com/0MFiGeKC5K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2024
अन्य प्रभावित क्षेत्र
निरमंड इलाके के बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं, जिसमें एक परिवार के 7 सदस्य लापता हैं। तहसीलदार मौके पर हैं और कोयल खड्ड में सर्च अभियान जारी है। बागीपुल में बस स्टैंड और अन्य संरचनाएं नष्ट हो गई हैं, जबकि 15 गाड़ियां बह गई हैं।