नई दिल्ली। दिल्ली में बिजली की मांग ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। अब तक की सबसे अधिक बिजली की खपत 8302 मेगावाट दर्ज की गई है, जो राजधानी के इतिहास में अभूतपूर्व है। यह नया रिकॉर्ड हाल ही में बने 8000 मेगावाट के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए कायम हुआ है। डिस्कॉम अधिकारियों के अनुसार, 22 मई को दिल्ली की बिजली मांग 8000 मेगावाट तक पहुंची थी।
दिल्ली में लगातार 12 दिनों से बिजली की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो 2024 में 7000 मेगावाट से अधिक हो गई है। 23 मई को दोपहर 3:42 बजे के करीब, बिजली की मांग 8000 मेगावाट तक पहुंच गई थी, जिसने एक दिन पहले ही बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया था।
इसके बाद, कल मंगलवार दोपहर बिजली की मांग 7717 मेगावाट के साथ अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, यह रिकॉर्ड भी कुछ ही घंटों बाद रात 11:01 बजे टूट गया और बिजली की मांग 8302 मेगावाट तक पहुंच गई।इस अभूतपूर्व बढ़ोतरी से दिल्ली के बिजली आपूर्ति नेटवर्क पर भारी दबाव पड़ा है। डिस्कॉम अधिकारियों के मुताबिक, इस बढ़ती मांग के बावजूद बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
दिल्ली में इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए डिस्कॉम ने एडवांस टेक्नोलॉजी और स्मार्ट ग्रिड सिस्टम का उपयोग करना शुरू कर दिया है। स्मार्ट मीटरिंग और रियल-टाइम मॉनिटरिंग से बिजली की खपत को अधिक कुशलता से प्रबंधित किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के बढ़ते प्रकोप और एयर कंडीशनिंग के व्यापक उपयोग के कारण बिजली की मांग में यह तेज वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, दिल्ली की बढ़ती आबादी और शहरीकरण भी इस मांग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
दिल्ली का पारा पहुंचा 52.3 डिग्री
दिल्ली में इन दिनों गर्मी के प्रकोप ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बुधवार को राजधानी का मुंगेशपुर इलाका सबसे अधिक तापमान वाले क्षेत्र के रूप में सामने आया, जहां पारा 52.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे पहले मंगलवार को भी मुंगेशपुर में तापमान 49.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अपने आप में बेहद गर्म दिन था। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी करते हुए बुधवार, 29 मई, को गर्मी और लू के लिए रेड अलर्ट जारी किया था।