GPT4o (o for Omni) को बनाने वाले भारतीय प्रफुल्ल धारीवाल हैं। हाल ही में OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने X प्लेटफार्म पर उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ओमनी टीम प्रफुल्ल के बिना अधूरी थी। उनके जुनून की वजह से ही यह प्रोजेक्ट संभव हो सका।Dhariwal, OpenAI कंपनी में रिसर्च साइंटिस्ट हैं। वह अपने टीम की लीडरशिप कर रहे हैं।
कैसा रहा प्रफुल्ल का MIT तक सफ़र
पुणे से कैलिफोर्निया का सफर उन्होंने बड़ी लगन से तय किया है। उनकी मां अल्का धारीवाल फ्लुएड मैकेनिक्स( Fluid Mechanics) की टीचर थीं। पिता सुशील B.Tech. ने करके सेरेमिक कंपनी खोली थी। ऐसे में उनका इंटरेस्ट साइंस की ओर बचपन से ही था। प्रफुल्ल धारीवाल ने 2013 में 12th क्लास में सिर्फ पीसीएस में 295/300 प्राप्त किए थे ।उन्होंने महाराष्ट्र टेक्निकल कॉमन एंट्रेंस परीक्षा(MT-CET) में 190 अंक स्कोर किया था।
जेईई मेंस में प्रफुल्ल ने 330/360 मार्क स्कोर किया था। इसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन IIT से कंप्लीट किया था।वह MIT( Mesachusets Institute of Technology)में स्कॉलरशिप प्राप्त कर अंडर ग्रेजुएट स्कॉलर के तौर पर रहें ।
OpenAI के अन्य प्रोजेक्ट में धारीवाल का योगदान
प्रफुल्ल 2016 में एक प्रशिक्षु के रूप में OpenAI में शामिल हुए, जब 2015 में प्रौद्योगिकी अनुसंधान पर ध्यान देने के साथ कंपनी का गठन किया गया था। उन्होंने OpenAI में विभिन्न परियोजनाओं में योगदान दिया है, जिसमें GPT3, ग्लो, ज्यूकबॉक्स और Dall-E2 जैसे मॉडलों की सहायता करना शामिल है। प्रफुल्ल Dall-E2 के निर्माता भी रहे हैं, जो एक AI मॉडल है जो टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के आधार पर छवियां उत्पन्न करता है, जिसे स्प्रिंग अपडेट इवेंट के दौरान लॉन्च किया गया था। ओपनएआई का कहना है कि वे मानव और एआई प्रौद्योगिकी के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में कई और प्रगति पर काम कर रहे हैं।
प्रफुल्ल Dall-E2 के को -क्रिएटर भी रह चुके हैं। Dall-E2 एक ऐसा AI मॉडल है जो टेक्स्ट प्रॉम्प्ट देने पर खुद ही इमेज देता है।इस मॉडल को कंपनी ने स्प्रिंग अपडेट इवेंट ( Spring Update event) के समय लॉन्च किया है।
GPT4o के फीचर्स
- GPT4o (Generative Pre-Transformed ) पहला मॉडल है जो कि मल्टी मॉडल है। मतलब कि यह टेक्स्ट वीडियो और ऑडियो के साथ तेजी से काम करेगा।
- यह रियल टाइम ट्रांसलेशन भी कर सकता है। इसका मतलब हुआ कि बस आपने बोला और इसमें ट्रांसलेटर की तरह रिजल्ट एक्सेस किया।
- अब बात आती है कि GPT3 और GPT4o दोनों में कौन बेहतर है? GPT4o टर्बो पावर के साथ ह्यूमन के सारे इमोशंस जैसे- हंसना, रोना और जोक मारना इन सभी को आउटपुट करता है।
- Prompt देने पर यह कम से कम 320 milisec में रिस्पांस करेगा। यह समय एक सामान्य ह्यूमन कन्वर्सेशन के बराबर है।
- GPT4o अन्य AI से कई बेहतर रिस्पांस देता है ।
कंपनी का कहना है कि हम इस क्षेत्र में और भी कई कार्य कर रहे हैं। इससे AI का सही इस्तेमाल हो सके।यह मानव और Ai टेक्नोलॉजी के बीच की कड़ी को और मज़बूत बनाएगा।