उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज 78वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को विशेष दर्शन का सौभाग्य प्रदान किया। भोर के 3 बजे भगवान महाकाल ने जागकर अपने भक्तों को दर्शन दिए, और इस पावन अवसर पर मंदिर में भस्म आरती का आयोजन किया गया।
भस्म आरती से पहले, परंपरा के अनुसार, वीरभद्र और मानभद्र से आज्ञा ली गई, और घंटी बजाकर चांदी के द्वार को खोला गया। इसके बाद गर्भगृह में भगवान का जलाभिषेक और पूजन कर विशेष श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर बाबा महाकाल का श्रृंगार व्यंकटेश स्वरूप में किया गया, और उन्हें तिरंगे ध्वज के तीन रंगों से सजाया गया।
मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि एकादशी तिथि पर भगवान महाकाल का यह विशेष श्रृंगार भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। सबसे पहले भगवान को शुद्ध जल और पंचामृत से स्नान करवाया गया, जिसके बाद केसर युक्त जल अर्पित किया गया। बाबा महाकाल का श्रृंगार तिरंगे के तीन रंगों—केसरिया, सफेद और हरे रंग में किया गया, जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज का प्रतीक हैं।
इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भस्म अर्पित की गई, और पूरा मंदिर परिसर “जय श्री महाकाल” की गूंज से गूंजायमान हो गया। यह दृश्य भक्तों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और भावपूर्ण था, जिसमें देशभक्ति और धर्म की अद्वितीय भावना का मेल देखने को मिला।
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