लोकसभा चुनाव 2024 का अंतिम चरण नजदीक है और देशभर में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है। छह चरणों का मतदान सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है, जबकि अंतिम चरण के लिए 1 जून को वोट डाले जाएंगे। नेता और उम्मीदवार लगातार रैलियों और जनसभाओं के माध्यम से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच एक घटना ने सभी का ध्यान खींचा है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की चंडीगढ़ लोकसभा सीट की उम्मीदवार, डॉ. ऋतु सिंह, एक हादसे का शिकार हो गईं(BSP Candidate Injured) और उनके सिर में गंभीर चोट आई है। आइए जानते हैं कि यह हादसा कैसे हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
BSP ने चंडीगढ़ लोकसभा सीट से डॉ. ऋतु सिंह को टिकट दिया है। बीते दिन सोमवार को, पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से ऋतु सिंह को सम्मान देने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया गया। दरअसल समर्थकों ने डॉ. ऋतु सिंह को तराजू में बैठाकर सिक्कों से तौलने का निर्णय लिया। लेकिन, इस सम्मान समारोह के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। तराजू का कांटा अचानक टूट गया और डॉ. ऋतु सिंह नीचे गिर गईं। कांटे का डंडा टूटकर ऋतु सिंह के सिर पर लगने से उनके सिर पर गंभीर चोट आई।
अस्पताल में भर्ती
इस हादसे के बाद वहां मौजूद पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक घबरा गए। डॉ. ऋतु सिंह के सिर से खून बहता देखकर आनन फानन में सभी ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया और उनके सिर पर पट्टी बांध दी। फिलहाल, डॉ. ऋतु सिंह अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
चंडीगढ़ में 1 जून को मतदान
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा और 4 जून को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव प्रचार जोरों पर है। भाजपा ने इस बार किरण खेर की जगह संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने मनीष तिवारी को मैदान में उतारा है। बसपा ने डॉ. ऋतु सिंह पर विश्वास जताया है।
पंजाब में बीजेपी की चुनौती
पंजाब में भी चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। बीजेपी के लिए यह चुनाव बड़ी परीक्षा साबित हो सकता है। पंजाब में बीजेपी का अकाली दल से गठबंधन था, एनडीए को 13 में से 4 सीटों पर जीत मिली थी, 2 सीट पर अकाली और 2 पर बीजेपी जीती थी.लेकिन इस बार किसान आंदोलन के चलते अकाली दल एनडीए से अलग हो गया है। अब बीजेपी को अकेले ही चुनावी रण में उतरना पड़ रहा है। पंजाब में बीजेपी का मुकाबला आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल से है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, जिससे सीधी टक्कर आप से हो रही है।
बीजेपी की नई रणनीति
पंजाब में बीजेपी इस बार पहली बार यानि यानि 28 साल बाद बीजेपी अकेले अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी की यह रणनीति कितनी सफल होती है। बीजेपी ने दूसरे दलों के मजबूत नेताओं को शामिल करके अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह प्रयास पार्टी को चुनावी सफलता दिला पाएगा। राज्य बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ का कहना है कि यह चुनाव 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनका दावा है कि इस बार पार्टी अपने वोट शेयर में सुधार करेगी और 2027 के चुनावों में जीत हासिल करेगी।
2019 में जीत की सीटों का आंकड़ा
साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 8 सीटों पर चुनाव जीता था. जहां शिरोमणि और बीजेपी अकाली दल को 2-2 सीटों पर जीत मिली थी वहीं एक सीट पर आप पार्टी के भगवंत मान जीते थे. कांग्रेस को 40.6 फीसदी, SAD 27.8 फीसदी, बीजेपी को 9.7 फीसदी, AAP को 7.5 फीसदी वोट मिले थे.