जयपुर। राजस्थान में आने वाले 3 से 4 दिनों तक तीव्र हीट स्ट्रोक(Heat Wave) का अलर्ट जारी किया गया है। इस अवधि के दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस समय पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों और पूरा पश्चिमी राजस्थान जबरदस्त हीट वेव की चपेट में है। मार्च से अब तक अस्पतालों में हीट वेव के 2,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
आज राजस्थान(Rajasthan) के 17 जिलों में हीट वेव(Heat Wave) चलने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, यह हीट वेव अगले 3 से 4 दिनों तक जारी रहेगी और इस दौरान अधिकतम तापमान में 2 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
हीट वेव(Heat wave) से 20 के पार मौत का आंकड़ा
हीट वेव के कारण प्रदेश में लगातार मौतें हो रही हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अब तक सिर्फ एक मौत की पुष्टि की है, लेकिन अपुष्ट आंकड़ों के अनुसार यह संख्या 20 से अधिक हो चुकी है। अस्पतालों की स्थिति चिंताजनक है, हीट वेव के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मार्च से अब तक हीट वेव(Heat Wave) से पीड़ित करीब 2,008 मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैं, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
जयपुर में जारी ऑरेंज अलर्ट(Orange alert)
राजधानी जयपुर में भी आज हीट वेव(Heat Wave) का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। रविवार को यहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री से अधिक रहा, वहीं न्यूनतम तापमान भी 32 डिग्री दर्ज किया गया। इस अत्यधिक गर्मी के कारण लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोग घरों में बंद रहने के लिए मजबूर हो गए हैं, और जिन लोगों को बाहर निकलना पड़ता है, उन्हें बेहद सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव से बचने के लिए लोगों को कुछ आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य विभाग(Health ministry) ने जारी की एडवाइजरी
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे दिन के समय घर के अंदर रहें, खासकर दोपहर के समय जब तापमान अपने चरम पर होता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए तरल पदार्थों का सेवन करें। हल्के और ढीले कपड़े पहनें ताकि शरीर को गर्मी से राहत मिले। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि वे हीट वेव के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है ताकि हीट वेव से पीड़ित मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके। अस्पतालों में अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ और आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था की गई है।
हीट वेव के कारण खेतों में काम करने वाले मजदूरों, ट्रैफिक पुलिस और अन्य बाहरी काम करने वालों के लिए भी यह समय बेहद कठिन हो गया है। सरकार ने इन लोगों के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं, जैसे कि काम के घंटों को कम करना और अधिकतर समय छायादार स्थानों पर बिताना।
राजस्थान के विभिन्न जिलों में प्रशासन ने लोगों को हीट वेव से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया है। सरकारी रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की जानकारी दी जा रही है।
राज्य सरकार ने भीषण गर्मी के इस दौर में सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। सभी जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ताकि जरूरतमंद लोग तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
हीट वेव की यह स्थिति राजस्थान के लिए एक बड़ी चुनौती है, और इससे निपटने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से प्रयासरत हैं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होगा और लोग इस विकट परिस्थिति से सुरक्षित रहेंगे।