नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की अहम बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने भारत के संविधान को अपने माथे से लगाकर उसे सर्वोच्च सम्मान दिया। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने लोकसभा में एनडीए और भाजपा के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को एनडीए के विस्तार का श्रेय देते हुए कहा कि भाजपा के लिए गठबंधन एक बाध्यता नहीं, बल्कि प्रतिबद्धता है।
मोदी के नाम पर सर्वसम्मति
राजनाथ सिंह के प्रस्ताव के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह, नितिन गडकरी और राजग के प्रमुख सहयोगी नेताओं ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। इन नेताओं में तेदेपा के चंद्रबाबू नायडू, जदयू के नीतीश कुमार और शिवसेना के एकनाथ शिंदे शामिल थे। इसके बाद, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रहलाद जोशी ने घोषणा की कि नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह की तारीख
एनडीए नेताओं की यह बैठक पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित हुई थी। इस बैठक में एनडीए सांसदों के साथ-साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और गठबंधन के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। प्रहलाद जोशी ने एनडीए नेताओं से कहा कि शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को शाम 6 बजे आयोजित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी का संविधान को माथे से लगाना एक भावनात्मक और प्रेरणादायक क्षण था, जिसने देश के प्रति उनकी गहरी निष्ठा और सम्मान को दर्शाया। यह बैठक एनडीए के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर थी, जहां प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई। इस महत्वपूर्ण घोषणा के साथ, पूरा देश 9 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, जब नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।