नोएडा। आज शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह ऐतिहासिक क्षण कर्तव्य पथ पर लगे नरेंद्र मोदी के पोस्टरों के साथ और भी खास बन गया है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी दूसरे नेता होंगे, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का पीएम से मिलना
शपथ ग्रहण समारोह से पहले, भाजपा के वरिष्ठ नेता जैसे अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और मनोहर लाल, प्रधानमंत्री आवास पर जाकर पीएम मोदी से मिले। इस मुलाकात ने कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं की अटकलों को और बल दिया है।
संभावित कैबिनेट मंत्रियों की सूची
मोदी सरकार की नई कैबिनेट में पुराने और नए चेहरों का मिश्रण देखने को मिलेगा। गठबंधन के घटक दलों को भी प्रतिनिधित्व देने की चर्चा है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश से चुने गए सांसदों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं।
पुराने चेहरे की वापसी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश से राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद और पंकज चौधरी को मंत्री पद मिलने की संभावना है। रालोद प्रमुख जयंत चौधरी और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।
जातिगत और इलाकाई समीकरण
मोदी कैबिनेट में जातिगत समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा। ब्राह्मण, दलित और ओबीसी चेहरों को प्रतिनिधित्व मिलेगा। सियासी जानकारों का मानना है कि इस बार यूपी से भले ही कम संख्या में सांसदों को कैबिनेट में जगह मिले, लेकिन जातिगत और इलाकाई समीकरण साधे जाएंगे।
ब्राह्मण सांसदों की संभावनाएं
उत्तर प्रदेश से चुने गए आठ ब्राह्मण सांसदों में पीलीभीत से जितिन प्रसाद, कुशीनगर से विजय कुमार दुबे, कानपुर से रमेश अवस्थी, झांसी से अनुराग शर्मा, गोरखपुर से रवि किशन, नोएडा से महेश शर्मा, देवरिया से शशांक मणि त्रिपाठी और अलीगढ़ से सतीश कुमार गौतम के नाम शामिल हैं। इनमें सबसे चर्चित नाम पीलीभीत के सांसद जितिन प्रसाद और नोएडा के सांसद महेश शर्मा का है।
अन्य संभावित नाम
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल और हाथरस से सांसद अनूप वाल्मीकि को भी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है।
सहयोगी दलों का प्रतिनिधित्व
सहयोगी दलों से अनुप्रिया पटेल, भदोही से विनोद कुमार बिंद और पंकज चौधरी के नाम भी संभावित मंत्रियों की सूची में शामिल हैं। साथ ही रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को भी इस बार कैबिनेट में स्थान मिलने की संभावना है।
राजधानी के सांसद की अहमियत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह का नाम मोदी कैबिनेट में तय माना जा रहा है। उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए यह निर्णय महत्वपूर्ण है।