नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे में एक कार दुर्घटना में दो लोगों की जान चली गई, और इस हादसे का सबसे दुखद पहलू यह है कि आरोपी एक नाबालिग है। यह नाबालिग एक अमीर बिल्डर का बेटा है, जिसने शराब के नशे में दो परिवारों के चिराग बुझा दिए। करोड़ों रुपये की पोर्श कार चलाने वाला यह किशोर वर्तमान में पुलिस हिरासत में है। महाराष्ट्र पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, जिसमें मौत, शराब के नशे में गाड़ी चलाने, पैसे की धौंस दिखाकर जांच प्रभावित करने, और अस्पताल में खून के नमूने बदलवाने जैसे पहलू शामिल हैं।
ताजा घटनाक्रम में, नाबालिग आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उसे हादसे के वक्त की कुछ भी याद नहीं है, क्योंकि वह उस समय शराब के नशे में धुत्त था। पूछताछ से जुड़ी यह जानकारी सूत्रों ने दी है।
डॉक्टरों को तीन लाख रुपये देकर ब्लड सैंपल बदलवाए
पुलिस न केवल 17 साल के इस आरोपी से पूछताछ कर रही है, बल्कि उस रक्त के नमूने को भी तलाश रही है जिसे कथित तौर पर बदलवाया गया। रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि आरोपी को बचाने के लिए अस्पताल के डॉक्टरों को तीन लाख रुपये देकर खून के नमूने बदलवाए गए। इस मामले में पुलिस अलग-अलग प्राथमिकी के आधार पर जांच कर रही है। आरोपी के पिता और दादा को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
नशे के लिए पब में खर्च किए 48 हजार रुपये, किशोर पर वयस्क के रूप में चलेगा मुकदमा
गौरतलब है कि किशोर फिलहाल नाबालिग होने के आधार पर बाल सुधार गृह में रखा गया है। पुलिस के अनुरोध पर किशोर न्याय बोर्ड ने उसे वयस्क के रूप में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। बता दें कि फैसले से पहले एक सीसीटीवी फुटेज निकलकर सामने आई थी, जिसमें किशोर को अपने साथियों के साथ पब में शराब पीते हुए देखा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस किशोर ने पब में 48 हजार रुपये खर्च किए।