Vitamin B12 के महत्व, लाभ और नुकसान

प्रेरणा द्विवेदी
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Vitamin B12 आपके शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह डीएनए बनाने और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। चूंकि आपका शरीर स्वाभाविक रूप से विटामिन बी12 का उत्पादन नहीं करता है, इसलिए आपको इसे पशु-आधारित खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स से प्राप्त करना होगा। बी12 की कमी से गंभीर शारीरिक, मानसिक और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं।

Vitamin B12 की भूमिका

विटामिन बी12 (कोबालामिन) का हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ हैं:

  1. लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण: विटामिन बी12 लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और परिपक्वता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से एनीमिया हो सकता है।
  2. डीएनए सिंथेसिस: यह डीएनए और आरएनए के निर्माण में भी सहायता करता है, जो कि सभी जीवित कोशिकाओं के लिए आवश्यक हैं।
  3. तंत्रिका तंत्र का स्वास्थ्य: विटामिन बी12 तंत्रिका कोशिकाओं की सुरक्षा और उनके उचित कार्य के लिए महत्वपूर्ण है।
  4. मेटाबोलिज्म: यह फोलेट के साथ मिलकर शरीर के मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।

Vitamin B12 की आवश्यक मात्रा

आपकी आयु, खाने की आदतें, और स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर विटामिन बी12 की आवश्यक मात्रा अलग-अलग हो सकती है। सामान्य रूप से अनुशंसित दैनिक मात्रा इस प्रकार है:

  • शिशु (0-6 महीने): 0.4 माइक्रोग्राम (mcg)
  • शिशु (7-12 महीने): 0.5 mcg
  • बच्चे (1-3 वर्ष): 0.9 mcg
  • बच्चे (4-8 वर्ष): 1.2 mcg
  • बच्चे (9-13 वर्ष): 1.8 mcg
  • किशोर (14-18 वर्ष): 2.4 mcg (गर्भवती होने पर 2.6 mcg और स्तनपान कराने पर 2.8 mcg)
  • वयस्क: 2.4 mcg (गर्भवती होने पर 2.6 mcg और स्तनपान कराने पर 2.8 mcg)

Vitamin B12 के फायदे

विटामिन बी12 के कई फायदे हैं जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं:

  • मस्तिष्क का स्वास्थ्य: यह मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण में मदद करता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • ऊर्जा का स्तर: यह ऊर्जा के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे थकान कम होती है।
  • दिल का स्वास्थ्य: यह होमोसिस्टीन के स्तर को कम करता है, जो हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
  • त्वचा, बाल और नाखून: विटामिन बी12 स्वस्थ त्वचा, बाल और नाखूनों को बनाए रखने में मदद करता है।

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Vitamin B12 के स्रोत

आप विटामिन बी12 को पशु उत्पादों जैसे कि मांस, मछली, अंडे, दूध और डेयरी उत्पादों से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, कुछ खाद्य पदार्थों में भी विटामिन बी12 को फोर्टिफाइड किया जाता है, जैसे कि अनाज और पौधों पर आधारित दूध।

संतुलित आहार

विटामिन बी12 की कमी से बचने के लिए एक संतुलित आहार अपनाना आवश्यक है। निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें:

  • मांस और पोल्ट्री: गाय, भेड़, बकरी, चिकन, टर्की आदि।
  • मछली और समुद्री भोजन: सैल्मन, टूना, ट्राउट, क्लैम्स आदि।
  • डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर।
  • अंडे: खासकर अंडे की जर्दी।
  • फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ: अनाज, सोया दूध, और पौधों पर आधारित अन्य दूध।

आहार पूरक

यदि आप शाकाहारी या वीगन हैं या किसी अन्य कारण से विटामिन बी12 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं कर पाते हैं, तो आपको Vitamin B12 के पूरक लेने की आवश्यकता हो सकती है। कुछ लोकप्रिय आहार पूरक हैं:

  • मल्टीविटामिन: इसमें विटामिन बी12 के साथ अन्य आवश्यक विटामिन और खनिज होते हैं।
  • फोर्टिफाइड एनर्जी बार्स: इनमें अतिरिक्त विटामिन बी12 मिलाया जाता है।
  • शाकाहारी और वीगन सप्लीमेंट्स: यह विशेष रूप से पौधों पर आधारित आहार का पालन करने वालों के लिए होते हैं।

Vitamin B12 की कमी के जोखिम समूह

विटामिन बी12 की कमी के लिए कुछ समूह अधिक जोखिम में होते हैं:

  • वृद्ध लोग: उम्र बढ़ने के साथ, शरीर में विटामिन बी12 को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है।
  • शाकाहारी और वीगन लोग: पशु उत्पादों का सेवन न करने के कारण इन समूहों में विटामिन बी12 की कमी का जोखिम बढ़ जाता है।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं: इनकी पोषक तत्वों की मांग बढ़ जाती है, जिससे विटामिन बी12 की कमी हो सकती है।
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी के बाद: आंतों की सर्जरी के बाद विटामिन बी12 का अवशोषण प्रभावित हो सकता है।
  • पाचन तंत्र संबंधी रोग: जैसे कि क्रोहन रोग, सीलिएक रोग, या अन्य पाचन तंत्र संबंधी बीमारियों में विटामिन बी12 का अवशोषण कम हो जाता है।

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Vitamin B12 की कमी के लक्षण

Vitamin B12 की कमी के लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं और समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • थकान, कमजोरी, और चक्कर आना
  • दिल की धड़कन और सांस लेने में कठिनाई
  • पीली त्वचा और चिकनी जीभ
  • कब्ज, दस्त, भूख में कमी, या गैस
  • तंत्रिका समस्याएं जैसे कि सुन्नपन या झुनझुनी, मांसपेशियों में कमजोरी और चलने में समस्या
  • दृष्टि हानि
  • मानसिक समस्याएं जैसे कि अवसाद, स्मृति हानि, या व्यवहार में बदलाव

Vitamin B12 की कमी के कारण

Vitamin B12 की कमी आमतौर पर तब होती है जब आपका शरीर इसे पर्याप्त मात्रा में प्राप्त या अवशोषित नहीं कर पाता। इसके कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • गैस्ट्राइटिस: पेट की परत की सूजन, जिससे हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कमी हो जाती है।
  • पर्निशियस एनीमिया: यह एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति है जिसमें आपका पेट इंट्रिंसिक फैक्टर नहीं बना पाता, जो विटामिन बी12 के अवशोषण में मदद करता है।
  • पाचन तंत्र संबंधी रोग: जैसे कि क्रोहन रोग और सीलिएक रोग।
  • सर्जरी: पेट या आंतों की सर्जरी के बाद विटामिन बी12 का अवशोषण मुश्किल हो सकता है।
  • शराब का अधिक सेवन: यह पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है और विटामिन बी12 की कमी कर सकता है।
  • शाकाहारी और वीगन आहार: विटामिन बी12 मुख्य रूप से पशु उत्पादों में पाया जाता है, इसलिए शाकाहारी और वीगन आहार वाले लोगों को इसकी कमी हो सकती है।

उपचार और रोकथाम

विटामिन बी12 के सप्लीमेंट्स

विटामिन बी12 के सप्लीमेंट्स विभिन्न रूपों में उपलब्ध हैं:

  • टैबलेट: ये मौखिक रूप से ली जा सकती हैं।
  • सबस्लिंगुअल टैबलेट: ये जीभ के नीचे रखी जाती हैं और अवशोषित होती हैं।
  • इंजेक्शन: यदि कमी गंभीर है या अवशोषण की समस्या है, तो इंजेक्शन दिए जा सकते हैं।
  • नासिका स्प्रे: ये नाक के माध्यम से दिए जाते हैं और सीधे रक्त प्रवाह में अवशोषित होते हैं।

ज्यादातर लोगों के लिए, उपचार के बाद समस्या हल हो जाती है, लेकिन यदि तंत्रिका क्षति हो चुकी है, तो यह स्थायी हो सकती है।

सामयिक स्वास्थ्य देखभाल

विटामिन बी12 की कमी का निदान और उपचार एक सतत प्रक्रिया हो सकती है। सामयिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:

  • नियमित चेकअप: अपने चिकित्सक से नियमित रूप से परामर्श करें और विटामिन बी12 के स्तर की जाँच करवाएं।
  • स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लें।
  • शराब का सेवन कम करें: शराब विटामिन बी12 के अवशोषण को प्रभावित कर सकती है।
  • धूम्रपान से बचें: धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और विटामिन बी12 के स्तर को प्रभावित कर सकता है।

विटामिन बी12 की कमी को रोकने के लिए, पर्याप्त मात्रा में मांस, मछली, पोल्ट्री, समुद्री भोजन, डेयरी उत्पाद और अंडे का सेवन करें। यदि आप पशु उत्पाद नहीं खाते हैं या आपके पास कोई चिकित्सा स्थिति है जो पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित करती है, तो आप विटामिन बी12 सप्लीमेंट्स या फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।

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शाकाहारी और वीगन लोगों के लिए सुझाव

शाकाहारी और वीगन लोगों के लिए विटामिन बी12 की कमी एक सामान्य चिंता का विषय हो सकता है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • फोर्टिफाइड अनाज और पौधों पर आधारित दूध का सेवन करें।
  • विटामिन बी12 सप्लीमेंट्स का नियमित सेवन करें।
  • आहार विशेषज्ञ से परामर्श करें ताकि आपके आहार में विटामिन बी12 की उचित मात्रा सुनिश्चित की जा सके।

विटामिन बी12 की कमी के दीर्घकालिक प्रभाव

विटामिन बी12 की कमी का दीर्घकालिक प्रभाव गंभीर हो सकता है। तंत्रिका क्षति स्थायी हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप चलने-फिरने में कठिनाई, सुन्नता, और झुनझुनी हो सकती है। इसके अलावा, मानसिक समस्याएं जैसे कि स्मृति हानि, भ्रम, और अवसाद भी हो सकते हैं।

विटामिन बी12 आपके स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है। यदि आप इसके जोखिम कारकों के संपर्क में हैं या इसके लक्षण अनुभव कर रहे हैं, तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें और आवश्यक परीक्षण करवाएं। पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 का सेवन करके आप इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी से होने वाली समस्याओं से बच सकते हैं।

विटामिन बी12 की कमी को गंभीरता से लें और सुनिश्चित करें कि आपका आहार इसे पर्याप्त मात्रा में शामिल करता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं ताकि किसी भी पोषक तत्व की कमी को समय रहते पहचाना जा सके और उसका उपचार किया जा सके।

पैट्रिक स्केरेट द्वारा हार्वर्ड हेल्थ ब्लॉग पोस्ट से प्रेरित

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