नई दिल्ली। Microsoft की अपकमिंग AI-संचालित सुविधा ‘रिकॉल’ ने यूजर की गोपनीयता के बारे में चर्चाएं छेड़ दी हैं। यह सुविधा यूजर्स को उनके पूरे Windows इतिहास को खोजने की अनुमति देती है, जिससे डेटा कलेक्शन और सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। Microsoft ने रिकॉल को ऑप्ट-इन करके और प्रमाणीकरण जोड़कर इन मुद्दों को हल करने का प्रयास किया है, लेकिन फिर भी कुछ यूजर्स को संदेह है कि कंपनी पहले से ही उनकी गतिविधियों को निष्क्रिय रूप से ट्रैक कर रही है।
क्या है एक्टिविटी ट्रेकिंग?
यह संदेह Microsoft द्वारा पहले पेश किए गए ‘टाइमलाइन’ नामक एक समान सुविधा से उत्पन्न हुआ है। टाइमलाइन यूजर्स को उनकी पिछली एक्टिविटी को देखने की अनुमति देती थी, लेकिन रिकॉल की तुलना में यह एक छोटे स्तर पर काम करती थी। टाइमलाइन के साथ Microsoft ने ‘एक्टिविटी ट्रैकिंग’ सुविधा पेश की, जो एक आसान वर्कफ्लो के लिए डिवाइस में यूजर डेटा को सिंक करती थी। हालांकि Microsoft ने 2021 में टाइमलाइन को बंद कर दिया, लेकिन Windows 10 और 11 पर डिफॉल्ट रूप से एक्टिविटी ट्रैकिंग काम करती है।
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कैसे करें एक्टिविटी ट्रेकिंग डिएक्टिवेट
अगर आप चाहते हैं कि Windows आपकी गतिविधियों को ट्रैक न करे, तो आप नीचे दिए गए आसान स्टेप्स का पालन करके इसे डिएक्टिवेट कर सकते हैं:
- सेटिंग ऐप खोलें: सबसे पहले अपने लैपटॉप पर सेटिंग ऐप खोलें।
- प्राइवेसी सेटिंग्स पर जाएं: विंडोज 10 में प्राइवेसी और विंडोज 11 में प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर जाएं।
- एक्टिविटी हिस्ट्री चुनें: इसके बाद बाईं ओर एक्टिविटी हिस्ट्री विकल्प चुनें।
- ट्रैकिंग बंद करें: ‘Store my activity on this device’ और ‘Show activities from these accounts’ दोनों को अनचेक करें।
- एक्टिविटी हिस्ट्री क्लीयर करें: अगर आप चाहते हैं कि Windows आपकी पिछली गतिविधियों को भूल जाए, तो ‘क्लीयर योर एक्टिविटी हिस्ट्री’ में ‘क्लीयर’ बटन पर क्लिक करें।
Microsoft की गोपनीयता को लेकर चिंताएं
Microsoft ने रिकॉल ऑप्ट-इन करके और प्रमाणीकरण जोड़कर गोपनीयता की चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया है, लेकिन कुछ यूजर्स को अब भी संदेह है कि कंपनी पहले से ही उनकी गतिविधियों को निष्क्रिय रूप से ट्रैक कर रही है। यह संदेह खासकर तब बढ़ जाता है जब यूजर्स यह देखते हैं कि Windows 10 और 11 पर एक्टिविटी ट्रैकिंग डिफॉल्ट रूप से काम करती है।
यूजर्स की प्रतिक्रिया
कई यूजर्स ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। कुछ का मानना है कि Microsoft को यूजर्स की गतिविधियों को ट्रैक करने से पहले स्पष्ट सहमति लेनी चाहिए, जबकि अन्य यूजर्स ने गोपनीयता को बेहतर बनाने के लिए और अधिक कदम उठाने की मांग की है।
Microsoft का बयान
Microsoft का कहना है कि वे यूजर्स की गोपनीयता को गंभीरता से लेते हैं और उनकी जानकारी की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे केवल वही जानकारी एकत्र करते हैं जो उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक होती है और इस प्रक्रिया में यूजर्स की सहमति का सम्मान किया जाता है।
भविष्य में, Microsoft को गोपनीयता और डेटा सुरक्षा को लेकर और अधिक पारदर्शिता प्रदान करनी होगी। यूजर्स को यह विश्वास दिलाना होगा कि उनकी जानकारी सुरक्षित है और बिना उनकी सहमति के ट्रैक नहीं की जा रही है। इसके साथ ही, कंपनी को नए फीचर्स और अपडेट्स को पेश करते समय गोपनीयता की चिंताओं को ध्यान में रखना होगा।
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