जब भी हम बचपन में बच्चे साइकिल चलाना सीखते हैं तो जरूर एक बार गिरते हैं। गिर कर हम जब फिर उठकर साइकिल चलाते हैं तो हमें खुशी महसूस होती है। जो आनंद साइकिल को चलाने में आता है वह लग्जरी कर में कहां। आज हम बात करने वाले हैं विश्व साइकिल दिवस ( World Bicycle Day 2024) के बारे में।
हर वर्ष 3 जून को यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। विश्व साइकिल दिवस का मुख्य लक्ष्य होता है कि यह स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण को भी दुरुस्त रखे। यह एक ऐसा यातायात का साधन है जिसे हर उम्र के लोग चला सकते हैं। इसे सीखने के लिए आपको किसी ड्राइविंग स्कूल में जाने की जरूरत नहीं हैॅ। ना ही किसी ड्राइविंग लाइसेंस की।
क्यों मनाया जाता है World Bicycle Day?
World Bicycle Day को मनाने का आईडिया एक पॉलिश- अमेरिकन social scientist प्रोफेसर लेस्ज़ेक सिबिल्स्की ने दिया। सिबिल्स्की अमेरिका में काम करते थे। उनके इस सुझाव को तुर्कमेनिस्तान और दूसरे 56 देशों का साथ मिला। 12 अप्रैल 2018 को World Bicycle Day मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया। 2018 में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासभा (General assembly) ने 3 जून को इसे घोषित करने का ऐलान किया।
महासभा के 72 में सेशन में जब यह प्रस्ताव दिया गया तो सभी 193 देशों का समर्थन मिला था। महासभा द्वारा ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य था कि लोगों को फिट रहने के लिए प्रेरित किया जाए। साइकिल एक ऐसा यातायात का साधन है जो कि बहुत ही अनोखा है। इसे चलाने के लिए ना ही किसी पेट्रोल की आवश्यकता होती है और ना ही किसी हाइड्रोजन गैस की। यह तो सिर्फ और सिर्फ मैकेनिकल एनर्जी से चलता है।
World Bicycle day 2024 का थीम
इस साल का का थीम है :-“Promoting Health, Equity, and Sustainability through Cycling.”. ऐसे में हम साइकिल द्वारा लोगों को हेल्थ इक्विटी और सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
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200 सालों से अब तक बना है अस्तित्व
पिछले 200 सालों से हम इसका इस्तेमाल करते आ रहे है। इन. सालों में भले ही इसमें अपडेट होता रहा हो। लेकिन इसका बेसिक स्ट्रक्चर तो अभी भी वही है। आईए जानते हैं इसके इतिहास के बारे में:-
- सन 1818 में कार्ल वाॅन ड्रैस ने दो पहियों वाला यंत्र बनाया। यह सबसे पहले बनने वाली साइकिल थी। इसे डैंडी हॉर्स या रनिंग मशीन भी कहते हैं। कहा जाता था कि इस साइकिल में ना तो पैदल था ना ही ब्रेक। इसे चलाना बहुत ही कठिन था और यह इंसान के लिए खतरनाक भी था। इसे साइकिल चलाने वाला जमीन पर अपने पैरों से धकेल कर चलाता था।
- सन 1850 में पहले तीन पहियों वाला साइकिल बना था, इससे राइड और भी स्टेबल हो जाती है।
- 1870 में पहली “पेनी फार्थिंग” साइकिल का अविष्कार हुआ। इस साइकिल में पहला पहिया बड़ा होता था और दूसरा पहिया छोट। इस साइकिल को चलाना थोड़ा मुश्किल था।
- सन 1860 में अर्नेस्ट मिचाॅक्स और पियरे लालेमेंट ने “वेलासिपेड ” साइकिल बनाई। यह साइकिल आज के आधुनिक साइकिल से मेल खाती थी। इसमें पैडल,पहिए और steering होते थे।
- सन 1885 में जॉन कैंप स्टारली ने एक ऐसी साइकिल का आविष्कार किया, जिसके दोनों पहिए बराबर थे। इसमें चेन जुड़ी थी।
- सन 1894 में पहली लेडीज़ साइकिल आई ,जिसे बेट्टी ब्लूमर्स कहते थे। इस साइकिल पर महिलाएं लंबी स्कर्ट में भी आराम से सवारी कर सकती थीं।
- 1903 में हब गियर का आविष्कार किया गया।
- 1930में साइकिल में स्प्रिंग फोर्क और मोटा टायर जोड़ा गया। यह बाद में माउंटेन बाइक के लिए इनिशियल डिजाइन के रूप में काम आयी।
- सन 2000 में इलेक्ट्रिक बाइक का आविष्कार हुआ। इसी समय पहली सौर ऊर्जा से चलने वाली बाइक भी बनाई गई। ( Sources History from brown.edu )
World Bicycle day 2024 का महत्व
World Bicycle Day मनाने से लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होता है। यह एक ऐसा यातायात का साधन है जिसे हर वर्ग के लोग खरीद सकते हैं ।अक्सर डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि साइकिल चलाने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। साइकिल को चलाने से और क्या फायदे हो सकते हैं आईए जानते हैं:-
- रोजाना साइकिल चलाने से आपका वजन कम हो सकता है।आप अपनी शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं, जो कि heart attack का सबसे बड़ा कारण होता है।
- हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, रोजाना साइकिल चलाने से आपका दिल और मांसपेशी दोनों मजबूत होता है। साथ ही इससे आपकी बॉडी के पोश्चर में भी सुधार आता है । अध्ययन के अनुसार साइकिल चलाने के साथ-साथ स्प्रिंट और स्ट्रैंथ एक्सरसाइज को शामिल करेंगे तो हमारा मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है।
- साइकिलिंग करने से हमारे ब्रेन के कॉग्निटिव फंक्शंस में और भी सुधार आता है।ऐसा करने से मेंटल अच्छी बनी रहती है।National Health National Institute हेल्थ के अनुसार अगर हम 10 मिनट तक साइकिल चलाते हैं तो endorphins नाम का हार्मोन हमारे शरीर में रिलीज होता है जो कि स्ट्रेस लेवल को कम करता है।
आज पर्यावरण तेजी से बदल रहा है। ऐसे में हमें अगर United nation द्वारा घोषित 17 Sustainable Development Goal को पूरा करना है, तो हमें छोटी-छोटी दूरियों के लिए बाइक और स्कूटर का इस्तेमाल न करके साइकिल का इस्तेमाल करना चाहिए।
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