
नई दिल्ली। इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनियाभर में उल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। भारत में, ब्रिटेन उच्चायोग और अमेरिका-इस्राइल दूतावास के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को मिलकर योग दिवस का जश्न मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह 10वां योग दिवस था, जो पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति और योग की महिमा का प्रतीक बन गया है।
श्रीनगर में प्रधानमंत्री मोदी का योग सत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक विशेष योग कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ हजारों लोग उनके साथ योग कर रहे थे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “योग सिर्फ एक शारीरिक अभ्यास नहीं है, यह हमारे मन, शरीर और आत्मा को जोड़ता है।” उन्होंने योग के महत्व पर जोर दिया और इसे विश्वभर में शांति और सद्भावना का प्रतीक बताया।
दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों की भागीदारी
देश की राजधानी दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों में केंद्रीय मंत्रियों ने भी योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने दोनों डिप्टी मंत्रियों कीर्तिवर्धन सिंह और पबित्रा मार्गेरिटा के साथ दिल्ली में एक योग सत्र में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कई आसनों का अभ्यास किया और दूतावास के अधिकारियों के साथ समय बिताया। योग सत्र के बाद, जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “आज दूतावास के अधिकारियों के साथ दिल्ली में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ। दुनिया भर में योग के प्रति उत्साह और जागरूकता किसी प्रेरणा से कम नहीं। यह देखकर खुशी हुई कि योग इतने सारे लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण तरीका बन गया है।”
Participated this morning at the #IDY2024 event in New Delhi with members of the diplomatic community.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 21, 2024
Developing Yoga enthusiasm and awareness around the world has been an inspiration. Happy to see that #YogaforSelfAndSociety has become an essential way of life for so many. pic.twitter.com/nKRTKiAunL
अंतर्राष्ट्रीय समर्थन
ब्रिटेन, अमेरिका और इस्राइल जैसे देशों ने भी इस दिन को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ब्रिटेन उच्चायोग ने एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “टीम यूके इंडिया आज भारत के लाखों लोगों के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुआ।” अमेरिका और इस्राइल की ओर से भी वीडियो जारी किए गए, जिसमें उनके राजदूत और अन्य अधिकारियों ने योग के प्रति अपने विचार साझा किए।
इस्राइल की तरफ से जारी किए गए वीडियो में राजदूत नाओर गिलोन और अन्य अधिकारियों ने योग को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “नमस्ते, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हमारे प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्हें योग क्यों पसंद है? वे योगी नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें प्रयास करने में मजा आएगा। हमें कमेंट में बताए कि आपको योग क्यों पसंद है।”
अमेरिका की तरफ से जारी वीडियो में बच्चों को विभिन्न आसनों का अभ्यास करते हुए देखा गया। पोस्ट में कहा गया, “योग का दिन है। हमारे छोटे-छोटे योगी अपने मुस्कान से सभी का दिल जीत लिया।” इन वीडियो ने योग के महत्व और इसकी सार्वभौमिक अपील को उजागर किया।
🧘♀️🧘♂️It's Yoga Day and our adorable little yogis are stealing hearts with their smiles and stretches! Watch as our tiny warriors strike adorable poses, from Virabhadrasana to the Bhujangasana! This #YogaDay, join us as we celebrate the flexibility, balance, and cuteness overload. pic.twitter.com/1yG95SoNbD
— U.S. Embassy India (@USAndIndia) June 21, 2024
योग का इतिहास और महत्व
योग का इतिहास सदियों पुराना है और इसका उल्लेख वेदों और पुराणों में मिलता है। यह भारत की प्राचीन संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया, जिसके बाद से हर साल यह दिन बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम ‘योगा फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी’ यानी ‘अपने और समाज के लिए योग’ है, जो हमें याद दिलाता है कि योग सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है।
योग के लाभ
योग के अनेक लाभ हैं, जिनमें शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य शामिल है। नियमित योग अभ्यास से न केवल शरीर को मजबूती और लचीलापन मिलता है, बल्कि मानसिक शांति और स्पष्टता भी प्राप्त होती है। इसके अलावा, योग तनाव को कम करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
योग दिवस की तैयारी
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी पूरे विश्व में महीनों पहले से शुरू हो जाती है। विभिन्न देशों के दूतावास और सांस्कृतिक संस्थान योग शिविर, कार्यशालाएं और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को योग के प्रति जागरूक करना और उन्हें योग के लाभों से अवगत कराना होता है।
वैश्विक जागरूकता
दुनियाभर में योग की लोकप्रियता बढ़ रही है। पश्चिमी देशों में भी लोग योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना रहे हैं। विभिन्न योग स्टूडियो और फिटनेस सेंटरों में लोग योग की शिक्षा ले रहे हैं और इसे अपने जीवन में अपनाकर स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्राप्त कर रहे हैं।
भारत का योगदान
भारत ने योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए कई प्रयास किए हैं। उनके नेतृत्व में योग को एक वैश्विक आंदोलन के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिससे लोग योग के प्रति जागरूक हो रहे हैं और इसे अपने जीवन का हिस्सा बना रहे हैं।
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