पूछताछ के लिए गए लाये गए आरोपी ने थाने में की आत्महत्या
नोएडा: गौतमबौद्ध नगर के चिपियाना बुजुर्ग पुलिस चौकी में 22 वर्षीय योगेश के कथित तौर फांसी लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पुलिस चौकी के सभी कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंंबित कर दिया गया। लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
पुलिस हिरासत में कथित तौर पर लगाई फांसी
चिपियाना गांव के पास एक कंपनी में काम करने वाली महिला ने अपने सहकर्मी योगेश पर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत महिला की ओर से लखनऊ में पुलिस अधीक्षक से की गई थी। इसके बाद जांच के लिए लखनऊ से गांव पहुंची टीम ने गुरूवार सुबह योगेश को पूछताछ के लिए पुलिस चौकी में बुलाया। उनके अनुसार पुलिस का एक दल योगेश को बाहर कुर्सी पर बैठाकर घटनास्थल पर पहुंचा और चौकी पर एक महिला कांस्टेबल निगरानी पर थी.पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इसी बीच योगेश ने चौकी के अंदर जाकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया तथा पंखे से फंदा लगाकर फांसी लगा ली. गंभीर हालत में योगेश को अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पूरा थाना निलंबित
पुलिस उपायुक्त (जोन-द्वितीय) सुनीति ने निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने निलंबन का आदेश दिया था, जिन्होंने मामले की जांच भी शुरू की थी। थाना प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. डीसीपी सुनीति ने बताया कि डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया, जिसकी वीडियोग्राफी की गई।पुलिस कर्मियों के खिलाफ अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. डीसीपी ने कहा कि शोक संतप्त परिवार से शिकायत मिलने पर मामला दर्ज किया जाएगा।
परिवार ने लगाया पुलिस पर हत्या का आरोप
योगेश के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के डर से उसने आत्महत्या की है. योगेश मौत की जानकारी मिलने पर सेक्टर-94 स्थित शवगृह में भारी भीड़ जमा हो गई और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मृतक के भाई ने दावा किया कि बलात्कार का आरोप झूठा था और उसने अपने भाई की मौत के लिए महिला को जिम्मेदार ठहराया।बता दें कि कुछ दिन पहले ही थाना सेक्टर 39 क्षेत्र में एक व्यक्ति की हिरासत में मौत हुई थी।