Ad image

महाराष्ट्र: अजीत पवार का बड़ा दावा, ‘संसद सत्र तक एनडीए में होंगे 300 सांसद’

News Desk
2 Min Read
0t1154m8 ajit

मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष अजित पवार ने सोमवार को दावा किया कि संसद सत्र तक भाजपा-नीत गठबंधन (एनडीए) में सांसदों की संख्या 300 तक पहुंच जाएगी। पार्टी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में स्थान न मिलने के बावजूद एनसीपी एनडीए के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी और अक्तूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव जीतने का संकल्प दोहराया।

एनसीपी का स्थापना दिवस समारोह

मुंबई में आयोजित एनसीपी के स्थापना दिवस समारोह में अजित पवार ने भाग लिया, जबकि उनके चाचा शरद पवार ने पुणे स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। शरद पवार ने अपनी पुत्री और सांसद सुप्रिया सुले और अन्य नेताओं के साथ पार्टी का झंडा फहराया और कार्यकर्ताओं से आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने की अपील की। शरद पवार ने कहा, “पिछले 25 सालों में हमने पार्टी की विचारधारा को फैलाने का काम किया है। अब हमें अगले तीन महीनों में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए काम करना है, ताकि चुनावों के बाद राज्य की सत्ता आपके हाथों में हो।”

लोकसभा चुनाव में भ्रम फैलाने का आरोप

अजित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में संविधान बदलने का भ्रम फैलाकर विपक्ष ने चुनाव जीता। उन्होंने कहा, “महा विकास अघाड़ी को 43.90 प्रतिशत मत मिले जिससे हमने 30 सीटें जीतीं, जबकि महा विकास अघाड़ी को 43.30 फीसदी मत मिले और उन्हें 17 सीटें मिलीं। इस चुनाव में लोगों में संदेह पैदा करके जीत हासिल की गई। लेकिन विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं होगा। हम तीनों सहयोगी पूरे समन्वय के साथ मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और राज्य में महायुति की सरकार बनाएंगे।”

महा विकास अघाड़ी की मजबूती

अजित पवार ने एनडीए के साथ रहने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि एनसीपी का उद्देश्य महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि विधानसभा चुनाव में एनडीए की ताकत और बढ़ेगी और महायुति की सरकार राज्य में सत्ता संभालेगी।

Share This Article
Follow:
Welcome to The News Break! हम दुनिया भर से नवीनतम सुर्खियों, ब्रेकिंग न्यूज और गहन विश्लेषण के लिए आपके जाने-माने स्रोत हैं। हमारा मिशन आपको सबसे महत्वपूर्ण कहानियों से अवगत, संलग्न और जुड़े रखना है।
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version