नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट 2024 को विशेषज्ञों ने संतुलित और संयमित बताया है। इस बजट में रोजगार, युवाओं, महिलाओं और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है, जो भारत की वैश्विक क्षमता को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण है। कौशल विकास को प्रोत्साहित करने से भारतीयों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नए अवसर खुलेंगे।
हालांकि, स्वास्थ्य क्षेत्र को इस बजट में अपेक्षाकृत कम ध्यान मिला है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य क्षेत्र को मिलने वाले बजट में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, जो कि चिंताजनक है। खासकर जब स्वास्थ्य सेवाओं की लागत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और डॉलर की कीमत में उछाल से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की कीमतें बढ़ रही हैं।
स्वास्थ्य क्षेत्र में मिली कुछ राहतें
स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ सकारात्मक पहलें भी की गई हैं, जैसे कि कैंसर दवाओं पर सीमा शुल्क हटाना। यह कदम उन हजारों मरीजों के लिए राहत लाएगा जो महंगी कैंसर दवाओं का खर्च नहीं उठा सकते। इसके अलावा, एक्स-रे ट्यूब और डिजिटल डिटेक्टर के घटकों पर सीमा शुल्क में छूट की घोषणा भी की गई है। हालांकि, इन कदमों के बावजूद, पूरे स्वास्थ्य बजट में कोई बड़ा विस्तार नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य जीएसटी और भुगतान में देरी पर विशेषज्ञों की चिंता
स्वास्थ्य बजट में जीएसटी और भुगतान में देरी के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। निजी स्वास्थ्य प्रदाताओं को विभिन्न इनपुट्स पर जीएसटी का भुगतान करना पड़ता है, लेकिन उन्हें इसके बदले कोई क्रेडिट नहीं मिलता। इससे छोटे और मध्यम श्रेणी के अस्पतालों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। साथ ही, सरकार से मिलने वाले भुगतानों में देरी होने के कारण सेवा प्रदाताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य क्षेत्र को अधिक समर्थन और सुधार की आवश्यकता है, खासकर जब देश भर में चिकित्सा सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का विस्तार और अधिक प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए, ताकि हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
यह भी पढ़ें:
- इमरजेंसी के बाद कंगना की अगली बड़ी फिल्म! ‘भारत भाग्य विधाता’ में दिखेंगी गुमनाम नायकों की दिल छू लेने वाली कहानी
- महिला सुरक्षा पर बड़ा कदम! पश्चिम बंगाल की ममता सरकार लाएगी सख्त दुष्कर्म विरोधी विधेयक
- कन्नौज कांड में बड़ा खुलासा: नीलू यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम; पीड़िता की बुआ के खाते में ट्रांसफर किए 4 लाख रुपये
- UP: खूनी भेड़ियों का आतंक—स्पेशल टास्क फोर्स, ड्रोन और ट्रैप कैमरे भी नाकाम; जानिए हमलों की असली वजह
- विस्तारा पर ‘धार्मिक भोजन’ का विवाद: जानिए सोशल मीडिया पर क्यों मचा बवाल
- गुजरात में बाढ़ का कहर: 19 की मौत, सेना तैनात; मौसम विभाग ने जारी किया 14 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट