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साई अशोक बनेंगे Paris Olympics 2024  के सबसे युवा भारतीय रेफरी, मुक्केबाजी में निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका

News Desk
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साई अशोक बनेंगे Paris Olympics 2024  के सबसे युवा भारतीय रेफरी, मुक्केबाजी में निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका

पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय एथलीट्स की टीम के अलावा, भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी खिलाड़ी साई अशोक को भी एक विशेष जिम्मेदारी मिली है। साई अशोक, जो पहले भारतीय रेफरी हैं, ओलंपिक इतिहास में 1904 के बाद से इस भूमिका को निभाने वाले चौथे भारतीय होंगे। साई अशोक मुक्केबाजी के इवेंट में रेफरी की भूमिका निभाएंगे और इस प्रकार वे भारत के सबसे युवा अधिकारी बन जाएंगे, जो ओलंपिक में इस भूमिका में शामिल होंगे।

साई अशोक: भारतीय मुक्केबाजी के लिए गर्व का पल

साई अशोक पुणे के सैन्य खेल संस्थान में मुक्केबाजी प्रशासक के रूप में काम करते हैं और वे विश्व सैन्य मुक्केबाजी परिषद के पहले भारतीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप स्पर्धा में खिलाड़ी और अधिकारी के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इस अद्वितीय अवसर के साथ, साई अशोक न केवल अपनी व्यक्तिगत यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल कर रहे हैं, बल्कि भारतीय मुक्केबाजी के लिए भी गर्व का एक नया अध्याय लिख रहे हैं।

Paris Olympics 2024 : भारत की पदक की उम्मीदें

पेरिस ओलंपिक 2024, 33वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के रूप में विशेष होगा। इस बार राष्ट्रों की परेड स्टेडियम के बजाय नदी में आयोजित की जाएगी, जहां एथलीट्स नावों के जरिए परेड में शामिल होंगे। भारत की तरफ से इस बार 117 एथलीट्स का दल हिस्सा ले रहा है, जिनमें से कई पदक जीतने के प्रमुख दावेदार हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम नीरज चोपड़ा का है, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता था। पेरिस ओलंपिक का आगाज 26 जुलाई से हो रहा है, लेकिन भारत का अभियान 25 जुलाई से ही शुरू हो चुका है। भारत का पहला मेडल इवेंट 27 जुलाई को शूटिंग में हो सकता है, जिसमें क्वालीफिकेशन राउंड आयोजित होगा। इस बार भारत 16 खेलों में अपनी दावेदारी पेश कर रहा है।

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