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साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग से जुड़े सच पर सेवादार ने किया खुलासा

News Desk
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साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग से जुड़ा सच

नोएडा। हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में गिरफ्तार हुए देवप्रकाश मधुकर के कई राजनीतिक दलों से गहरे संबंध उजागर हुए हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मधुकर ने सत्संग आयोजनों के लिए धन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

घटनाक्रम की जानकारी

मधुकर ने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में फैले समिति के सदस्यों के माध्यम से बड़े आयोजनों की जिम्मेदारी संभाली थी। सत्संग के बाद भगदड़ के दौरान, मधुकर ने ही सबसे पहले बाबा को घटना की जानकारी दी थी। पुलिस कॉल डिटेल की जांच कर रही है और सही तस्वीर सामने आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

मधुकर के राजनीतिक संबंध

मधुकर के कई राजनीतिक दलों के नेताओं के संपर्क में रहने और उनके द्वारा सत्संग के आयोजन के लिए फंडिंग किए जाने की जानकारी मिली है। हाथरस हादसे के दौरान सत्संग के लिए 70 लाख रुपये से अधिक का चंदा जुटाया गया था। इस चंदे का 30 फीसदी हिस्सा इकट्ठा करने वाले लोग रख लेते थे, जबकि 70 फीसदी पैसा ट्रस्ट में जमा किया जाता था।

सरकारी विभागों में मधुकर की पैठ

मधुकर ने विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों को भी समिति से जोड़ रखा था। हाथरस हादसे के बाद सेवानिवृत्त अधिकारियों के बारे में भी जांच की जा रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि एक विभाग में बाबा का फोटो लगा हुआ था, जिसे हादसे के बाद हटा दिया गया।

मधुकर की गिरफ्तारी के बाद खुलासे

हाथरस एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मधुकर से पूछताछ में पता चला है कि कई राजनीतिक पार्टियां उसके संपर्क में थीं और अपने स्वार्थ के लिए उसे फंडिंग कर रही थीं। मधुकर के बैंक खातों और संपत्ति की जांच की जा रही है और संबंधित एजेंसियों का सहयोग लिया जा रहा है।

हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। राजनीतिक दलों से उसके संबंध और सत्संग आयोजनों के लिए धन जुटाने की उसकी भूमिका की गहन जांच की जा रही है। पुलिस और जांच एजेंसियां हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही हैं।

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