अगले महीने निर्मला सीतारमण बनाने जा रहीं ऐतिहासिक रिकॉर्ड; कोई नहीं कर पाया अब तक ऐसा

News Desk
निर्मला सीतारमण बनाने जा रहीं ऐतिहासिक रिकॉर्ड: तोड़ेंगी मोरारजी देसाई का अनोखा रिकॉर्डऐतिहासिक रिकॉर्ड
ऐतिहासिक रिकॉर्ड

नई दिल्ली। अगले महीने, जुलाई में, देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाने जा रही हैं जिसे आज तक देश में सिर्फ एक नेता ही कर पाया है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट होगा और इसके साथ ही सीतारमण लगातार सात बार बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री बन जाएंगी। इससे पहले यह रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम था, जिन्होंने लगातार छह बार बजट पेश किया था। मोरारजी देसाई ने कुल 10 बार बजट पेश किया था, जो अब तक का सबसे अधिक है।

2019 में पेश किया था पहला बजट

निर्मला सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। उन्होंने पांच जुलाई 2019 को अपना पहला बजट पेश किया था। इसके बाद से वे लगातार हर साल बजट पेश करती आ रही हैं। 1 फरवरी 2024 को उन्होंने अंतरिम बजट पेश किया, जो उनका छठा बजट था। इसी के साथ उन्होंने मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। अब, अगले महीने बजट पेश करते ही वे लगातार सात बार बजट पेश करने वाली देश की पहली वित्त मंत्री बन जाएंगी।

सीतारमण से जुड़ी खास बातें

  1. आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली देश की दूसरी महिला हैं।
  2. इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री का पद संभालने वाली भी दूसरी महिला हैं।
  3. 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में जन्मी सीतारमण ने 1984 में जेएनयू से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
  4. जेएनयू में ही परकला प्रभाकर से उनकी मुलाकात हुई और 1986 में दोनों ने शादी की।
  5. सीतारमण बीबीसी वर्ल्ड सर्विस और यूके में एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन के साथ काम कर चुकी हैं।
  6. 2004 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की।
  7. 2003 से 2005 तक वे राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं।

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बजट पेश करने वाले प्रमुख वित्तमंत्री

वित्तमंत्रीकितनी बार पेश किया बजट
मोरारजी देसाई10
पी चिदंबरम09
प्रणब मुखर्जी09
यशवंत राव चव्हाण07
सीडी देशमुख07
यशवंत सिन्हा07
मनमोहन सिंह06
टीटी कृष्णमाचारी06
निर्मला सीतारमण06

सीतारमण का सफर: संघर्ष और सफलता की कहानी

निर्मला सीतारमण का जीवन संघर्ष और सफलता की अद्वितीय कहानी है। एक साधारण परिवार में जन्मी सीतारमण ने अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनने का गौरव हासिल किया। मदुरै की गलियों से निकलकर जेएनयू में पढ़ाई करने और फिर भारत की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है।

सीतारमण की जिंदगी में कई मोड़ आए, लेकिन उन्होंने हर चुनौती को अपने हौसले से पार किया। बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में काम करने के बाद उन्होंने यूके में एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन के साथ काम किया। इसके बाद 2004 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की और 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रहीं।

राजनीति में कदम

निर्मला सीतारमण का राजनीति में कदम रखने का सफर भी दिलचस्प है। 2004 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। पार्टी की प्रवक्ता से लेकर वित्त मंत्री बनने तक का सफर उन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण से तय किया।

वित्त मंत्री के रूप में उपलब्धियां

वित्त मंत्री के रूप में, सीतारमण ने कई महत्वपूर्ण नीतियों और योजनाओं की घोषणा की है जो देश की आर्थिक विकास में सहायक रही हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सुधार की दिशा में कदम उठाए हैं, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। उनकी नीतियों ने रोजगार सृजन, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अगला बजट: उम्मीदें और चुनौतियाँ

अगले महीने पेश होने वाले बजट को लेकर देश की जनता और अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञों की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। इस बजट से न केवल आर्थिक सुधारों की दिशा में नए कदम उठाने की उम्मीद है, बल्कि देश की मौजूदा चुनौतियों का समाधान भी तलाशा जाएगा।

सीतारमण के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जैसे कि बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, और ग्रामीण विकास। इन सभी मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिल सके।

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