नई दिल्ली। 13 से 15 जून तक इटली के खूबसूरत शहर अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में दुनिया के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी इतालवी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी ने एक और यादगार सेल्फी ली, जिसने सोशल मीडिया पर फिर से हलचल मचा दी। दोनों नेताओं की मुस्कुराते हुए ली गई इस सेल्फी ने सभी का ध्यान खींचा। पिछले साल दिसंबर में दुबई में आयोजित 28वें कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज (सीओपी 28) के दौरान भी इनकी एक सेल्फी ने काफी चर्चाएं बटोरी थीं।
द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा
जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और जॉर्जिया मेलोनी के बीच एक महत्वपूर्ण बाईलेटरल मीटिंग भी हुई। इस मीटिंग में दोनों नेताओं ने भारत और इटली के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर विस्तार से चर्चा की। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों देशों ने अपने रक्षा औद्योगिक सहयोग को और बढ़ाने की उम्मीद जताई। इसमें इस साल के अंत में इतालवी विमानवाहक पोत आईटीएस कैवूर और प्रशिक्षण जहाज आईटीएस वेस्पुची के भारत आगमन की योजना भी शामिल है, जो दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है।
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मेलोनी ने दी पीएम मोदी को बधाई
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इटली अभियान में भारतीय सेना के योगदान को मान्यता देने के लिए इटली सरकार का धन्यवाद किया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत इटली के मोंटोन में यशवंत घाडगे स्मारक का उन्नयन करेगा, जो भारतीय वीरता का प्रतीक है। इसके अलावा, जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में उनके लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। दोनों नेताओं ने नियमित उच्च राजनीतिक वार्ता पर संतोष व्यक्त किया और भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की।
इस बार के जी-7 शिखर सम्मेलन में क्या हुआ?
13 से 15 जून तक इटली के पुगलिया में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने सक्रिय भूमिका निभाई। 14 जून को पीएम मोदी ने आउटरीच सत्र में भाग लिया, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर केंद्रित था।
इस सम्मेलन में मध्य पूर्व, गाजा और यूक्रेन में चल रहे संघर्षों पर भी चर्चा हुई। विश्वभर के नेता इन जटिल भू-राजनीतिक चुनौतियों से निपटने और समाधान के तरीकों पर बातचीत कर रहे थे। इसके अलावा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को एजेंडा के प्रमुख विषयों में शामिल किया गया, जो आने वाले समय में वैश्विक विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
जी-7 शिखर सम्मेलन में इटली ने भारत को विशेष अतिथि देश के तौर पर आमंत्रित किया था। यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि 2019 से लगातार भारत को हर साल जी-7 के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। 2019 में फ्रांस, 2021 में यूके, 2022 में जर्मनी और 2023 में जापान ने भारत को आमंत्रित किया था। बता दें कि 2020 में अमेरिका ने भी भारत को आमंत्रित किया था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण सम्मेलन रद्द कर दिया गया था।
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