जम्मू-कश्मीर में सड़क एवं राजमार्ग परियोजनाओं पर गडकरी और कर्ण सिंह की बैठक

प्रेरणा द्विवेदी
Highlights
  • गडकरी ने सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की, जेके धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से जारी एक बयान में कहा गया।
  • स्थानीय समर्थन: बुनियादी ढांचे के विकास से रोजगार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
  • केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता: सड़क नेटवर्क सुधार और आर्थिक विकास पर जोर
जम्मू-कश्मीर

श्रीनगर: केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व सदर-ए-रियासत कर्ण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के विकास पर चर्चा करना था। जेके धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से जारी एक बयान में इस बैठक की पुष्टि की गई।

बैठक के दौरान गडकरी ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे, और जोजिला सुरंग परियोजना सहित कई प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने सरकार की इन परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जिससे परिवहन नेटवर्क में उल्लेखनीय सुधार, यात्रा समय में कमी, और यात्रियों की सुरक्षा में वृद्धि की उम्मीद है।

केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता: जम्मू-कश्मीर में सड़क नेटवर्क सुधार और आर्थिक विकास पर जोर

इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल कनेक्टिविटी को मजबूत करना है, बल्कि आर्थिक विकास को भी समर्थन देना है। क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का रणनीतिक महत्व इस बात पर केंद्रित है कि कैसे यह दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच में वृद्धि करेगा, पर्यटन को बढ़ावा देगा, और रोजगार के अवसरों का सृजन करेगा।

गडकरी ने बैठक के दौरान क्षेत्र के उज्ज्वल भविष्य को बढ़ावा देते हुए अच्छी तरह से जुड़े और समृद्ध जम्मू-कश्मीर के विजन की दिशा में काम करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हम इन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”

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कर्ण सिंह का समर्थन

कर्ण सिंह ने इन पहलों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और स्थानीय लोगों के लिए संभावित लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मजबूत बुनियादी ढांचे की महत्वपूर्ण भूमिका सामाजिक-आर्थिक विकास में है और इन परियोजनाओं से दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच में वृद्धि, पर्यटन को बढ़ावा, और रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।

गडकरी ने आश्वासन दिया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय किसी भी चुनौती से निपटने और इन परियोजनाओं का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा, “हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि ये परियोजनाएं समय पर पूरी हों और इसका लाभ लोगों तक पहुंचे।”

स्थानीय समर्थन: बुनियादी ढांचे के विकास से रोजगार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

  1. जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग: यह परियोजना जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी को कम करेगी और यात्रा समय को महत्वपूर्ण रूप से घटाएगी। इससे दोनों शहरों के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
  2. दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से कटरा तक की यात्रा को सुगम बनाएगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
  3. जोजिला सुरंग परियोजना: यह परियोजना लेह और श्रीनगर के बीच की यात्रा को आसान बनाएगी, जिससे लद्दाख क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

इन परियोजनाओं के पूरा होने से जम्मू-कश्मीर के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य में व्यापक सुधार की उम्मीद है। बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र में निवेश के अवसर बढ़ेंगे, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी। साथ ही, पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कर्ण सिंह की इस महत्वपूर्ण बैठक ने जम्मू-कश्मीर में सड़क और राजमार्ग परियोजनाओं की प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया। यह बैठक इन परियोजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और सरकार की इन्हें समय पर पूरा करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। कर्ण सिंह का समर्थन और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में इन परियोजनाओं की भूमिका पर जोर इस बात को दर्शाता है कि कैसे एक मजबूत बुनियादी ढांचा जम्मू-कश्मीर के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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