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मौत के 12 साल बाद क्यों मचा शीना बोरा की हड्डियों के लिए हंगामा? जानें पूरा मामला

News Desk
3 Min Read
शीना बोरा की हड्डियों के लिए हंगामा?

नई दिल्ली। साल 2012 में हुए शीना बोरा हत्याकांड ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। हाल ही में खबर सामने आई थी कि शीना बोरा की हड्डियां और अवशेष गायब हो गए हैं, जिससे विवाद खड़ा हो गया। अब, अभियोजन पक्ष ने कोर्ट को सूचित किया है कि ये हड्डियां और अवशेष नयी दिल्ली में सीबीआई के कार्यालय में सुरक्षित हैं। आइए, जानते हैं पूरा मामला।

क्यों हुआ हड्डियों पर विवाद?

अदालत को मिले एक ईमेल में आरोप लगाया गया है कि शीना की हड्डियां गायब नहीं हुईं, बल्कि वे एक फॉरेंसिक विशेषज्ञ के पास हैं। विशेषज्ञ ने हड्डियों की जांच की थी और गवाह के तौर पर अदालत में गवाही दे रहे थे। ईमेल में यह भी आरोप लगाया गया कि गवाह ने अचानक बहुत संपत्ति अर्जित कर ली है। जज निंबालकर ने बुधवार को कोर्ट में बचाव पक्ष के वकीलों को इस ईमेल के बारे में जानकारी दी। वकीलों ने आरोप की जांच की मांग की, जिस पर जज ने सीबीआई से जवाब मांगा है।

कैसे मिलीं हड्डियां?

अभियोजन पक्ष ने बताया कि 24 अप्रैल को कोर्ट को शीना बोरा के अवशेषों के लापता होने के बारे में सूचित किया गया था। 10 जून को बताया गया कि ये हड्डियां नहीं मिल सकीं। लेकिन बाद में सीबीआई कार्यालय के मालखाने की फिर से तलाशी लेने पर हड्डियां मिल गईं।

जानें हत्याकांड के बारे में

24 साल की शीना बोरा की साल 2012 में कथित तौर पर उनकी मां इंद्राणी मुखर्जी और अन्य ने हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड का खुलासा साल 2015 में हुआ था, जब मामले की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी अब जमानत पर बाहर हैं। इस पूरे मामले में नया मोड़ तब आया जब शीना बोरा की हड्डियों की जगह को लेकर विवाद खड़ा हो गया। बचाव पक्ष के वकीलों ने आरोप लगाया कि गवाह ने बड़ी संपत्ति अर्जित कर ली है, जिससे हड्डियों की सुरक्षा और सत्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब, सीबीआई को इस पर जवाब देना होगा कि हड्डियां गायब क्यों बताई गईं और बाद में कैसे मिलीं।

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